वृंदावन स्थित गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी में 25 से 27 अप्रैल 2025 तक तीन दिवसीय कथक प्रशिक्षण कार्यशाला ‘नृत्य धारा’ का आयोजन हुआ।
यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा तथा नाट्य विहार कला केंद्र, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में एवं सांसद तथा सुप्रसिद्ध नृत्यांगना हेमा मालिनी के दिशा निर्देशन में।
कार्यशाला में प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना विदुषी उमा डोगरा मुंबई से विशेष रूप से वृंदावन आयी थीं, जिन्होने प्रतिभागियों को नृत्य की बारीकियां सिखायीं।
नृत्य धारा के प्रथम दिन 51 बालिकाओं व युवतियों ने पंजीकरण कर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
मुंबई से जारी अपने संदेश में हेमा मालिनी ने कहा है कि ब्रज क्षेत्र के बच्चों को शास्त्रीय नृत्य सीखने के लिए प्रायः मथुरा जिले से बाहर जाना पड़ता है। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए यह कार्यशाला लगायी गयी। हमारा उद्देश्य ब्रज में शास्त्रीय नृत्य परंपरा को पुनर्जीवित करना है। कथक के पश्चात भरतनाट्यम, ओडिसी आदि नृत्य शैलियों की कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी।”
कार्यशाला में गीता शोध संस्थान के निदेशक दिनेश खन्ना, ब्रज संस्कृति विशेषज्ञ डा उमेश चंद्र शर्मा, कान्हा अकादमी से अनूप शर्मा, कार्यशाला के समन्वयक चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार, भागवत प्रवक्ता मोहिनी कृष्ण दासी, देवेन्द्र शर्मा, संजय शर्मा, और विदुषी उमा डोगरा की शिष्या गीतांजलि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में वृंदावन बाल विकास मंच, हरे कृष्णा ऑर्किड होटल एवं कान्हा अकादमी द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
संस्थान के समन्वयक श्री सिकरवार ने तीनों दिन व्यवस्थाएं सम्हालीं।
कार्यशाला का समापन 27 अप्रैल को हुआ। प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गये।

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